लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी में धरती के भगवान का एक और कारनामा |

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 लखीमपुर खीरी-: ध्यान से देखो- ये है परी क्लीनिक ये क्लीनिक के नाम पर मरीजो से करता है जम कर लूट खसोट और अगर पैसे नही दिए तो मरीजों सहित तीमारदारों को भी बना लेता है बंधक।WT

जी हाँ डॉक्टर तो भगवान का रूप होते है पर यहाँ तो डाक्टर के नाम पर कुछ और ही हो रहा है अब डॉक्टरी के पवित्र नाम को कुछ गंदे लोग बदनाम करने पर लगे हुए है जी बात करते है कुछ प्राइवेट मतलब फर्जी मतलव झोला छाप डॉक्टरों की इन लोगो ने दिन दूनी रात चौगनी करने का एक अजीबोगरीब फार्मूला निकाला है सबसे ज्यादा डिलीवरी केशो पर ध्यान देकर कुछ सरकारी आशाओ को लालच देकर अपनी सेटिंग कर लेते है फिर होता है इनका खेल शुरू एक दिन में चार या पाँच मरीज देखकर सीजर करते है और एक मरीज से 20 से तीस हजार रुपये बसूलते है। मतलव एक दिन की इनकम सारे खर्चे निकाल कर कम से कम 50,000 है ऐसा लोगो का अनुमान है 

अब ऐसी स्थिति ये बड़े से बड़े अधिकारियों एवं रशुखदार लोगो से कभी नही घबराते चाहे वो पुलिस ही कियू न हो  ऐसा ही मामला लखीमपुर खीरी के  कोतवाली मोहम्मदी के नगर मोहम्मदी में मोहल्ला कहरौला टीपीआरएस स्कूल के पास परी क्लीनिक का है जहाँ पर बीते दिन मनोज निवासी मोहल्ला रामलीला मोहम्मदी ने आरोप लगाया है कि बह अपनी पत्नी संगीता जो कि गर्भवती थी दर्द होने पर उसको लेकर उक्त परी क्लीनिक गया जहाँ पर इलाज के दौरान पत्नी संगीता की हालत विगड़ गई तो बहा मौजूद डाक्टर अभिषेक पाण्डेय की पत्नी पल्लवी ने कहा कि यदि बच्चा जल्दी न पैदा किया गया तो जच्चा और बच्चा दोनों को खतरा हो सकता है आनन फानन में प्रार्थी मनोज से 12000 रु लेकर लापरवाही पूर्वक पत्नी की डिलीवरी जबर्दस्ती कर दी जिससे प्रार्थी की पत्नी को मृत बच्चा पैदा हुआ। प्रार्थी ने जब पल्लवी से पूछा तो उसने बच्चे के बारे में कुछ नही बताया और कहा कि पाँच हजार रुपये और जमा करो तब जानकारी करो  तब प्रार्थी ने अपने मिलने बाले सूरज तिवारी निवासी इस्लामाबाद को बुलाया तब प्रार्थी के शुभ चिंतक सूरज तिवारी पर पल्लवी अपने सहयोगी महेंद्र के साथ मारपीट पर आमादा होकर गाली गलौज करने लगी व प्रार्थी का मोबाईल छीन कर तोड़ दिया।प्रार्थी ने स्थानीय पुलिस को जब सूचना दी तो उक्त पल्लवी ने बताया कि बच्चा मृत पैदा हुआ है इस घटना से प्रार्थी पूरी तरह से आहत हो गया। इस मामले को लेकर जब प्रार्थी पुलिस के पास गया तो पुलिस ने ये कह के टाल दिया कि मामला हमारे विभाग से सम्बंधित नही है स्वास्थ्य विभाग में शिकायत करो जब बहा से आदेश होगा तभी हम मामले को दर्ज करेंगे लेकिन मामला मीडिया में आते ही तुरंत पुलिस ने एक दूसरी तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत कर लिया। पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट में बच्चे की मौत सर में गंभीर चोटें आने से हुई बताया जा रहा है इधर पोस्टमार्टम के बाद भी जब स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्यवाही नही की तब पीड़ित अपने बच्चे की डेडवाड़ी लेकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदी में धरने पर बैठ गया जिसको देख विभाग के लोगो के हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में तुरंत परी क्लीनिक पर जाकर क्लीनिक को सीज कर दिया।  परन्तु सबसे बड़ी बात तो यह है कि इतना सबकुछ हो जाने के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे है और अपनी सेटिंग करने में जुटे हुए है जिससे पुलिस सहित स्वास्थ्य विभाग पर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है अब देखना यह होगा कि उपरोक्त लोग पूर्व की भांति इस बार भी अपनी सेटिंग करके बचने में कामयाब होते है या प्रसाशन गिरफ्तार करके इनको जेल भेजने में कामयाब होते है। बताते चले कि इससे पूर्व में भी ये क्लीनिक अपने इन्ही कारणों के चलते कई बार सीज किया जा चुका है |

ब्यूरो रिपोर्ट- लखीमपुर खीरी

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